बहकी सभी जुबां है
हम है हज़ारो में
आब की कमी ज़रा है
हर चीज़ ख़ास है

कब है जो है वो समां है
तूम रेह सके तोह राबा है
आब है जो है वो समां है

तूम रेह सक
आईसी जीत… अब चाहे ज़िंदगि
आईसी जीत… अब चाहे ज़िंदगि
हि

सेहनी हुमे सजा है
हम है बाज़ारो के
सब की नज़र यहाँ है
हर चीज़ राज़ है

कब है जो है वो समां है
तूम रेह सके तोह राबा है
आब है जो है वो समां है

तूम रेह सक
आईसी जीत… अब चाहे ज़िंदगि
आईसी जीत… अब चाहे ज़िंदगि
है…

आईसी ज़िन्दगी हम… चिप छिपाये
हम न आये आये आये… हम न ाए
आईसी जीत… चिप छिपाये
आईसी जीत… हम न पाए

आईसी ज़िन्दगी… हम चिप छिपाये
हम न आये आये आये… हम न ाए
आईसी जीत… चिप छिपाये
आईसी जीत… हम न पाए

आईसी जीत… न चिप छिपाये
न चिप छिपाये… न चिप छिपाये
आईसी जीत… न चिप छिपाये
न चिप छिपाये… न चिप छिपाये
हाये


Singer(s) RITVIZ
Lyricist(s) RITVIZ
Music(s) RITVIZ